
आजकल साइबर फ्रॉड का खतरा बढ़ता जा रहा है, खासकर जब आपकी आधार, पैन या वोटर आईडी जैसी जानकारियां लीक हो जाएं तो आपके नाम पर फर्जी मोबाइल SIM नंबर बन सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपका बैंक खाता खाली हो सकता है, आपको फोन पर धमकी भरे मैसेज आ सकते हैं, और कानूनी परेशानी भी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने नाम पर कितनी SIM एक्टिव हैं, यह जांच लें।
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फर्जी SIM का खतरा
फर्जी SIM बनाने वाले अपराधी आपकी निजी जानकारियां चुराकर या छोटे दुकानदारों को रिश्वत देकर नई SIM बनवा लेते हैं। इन नंबरों का इस्तेमाल OTP चुराने, फर्जी लोन ऐप्स चलाने या व्हाट्सएप स्कैम करने के लिए किया जाता है। एक SIM से हजारों का नुकसान हो सकता है और जिम्मेदारी आपके नाम आ जाती है।
अपने नाम पर SIM चेक करने का तरीका
भारत सरकार की ओर से लॉन्च किया गया “Sanchar Saathi” पोर्टल (https://sancharsaathi.gov.in) आपको आसानी से बता सकता है कि आपके नाम पर कितनी SIM एक्टिव हैं। इसके लिए आपको बस अपना मोबाइल नंबर और आधार डिटेल्स देनी होती हैं। OTP वेरिफिकेशन के बाद आपको अपने नाम पर रजिस्टर्ड सभी SIM की लिस्ट दिखाई देगी।
फर्जी SIM मिलने पर अगला कदम
अगर आपको अपने नाम पर कोई अज्ञात या फर्जी SIM नंबर दिखाई दे, तो उसे तुरंत रिपोर्ट कर दें। इसके लिए Sanchar Saathi पोर्टल पर “This is not my number” का ऑप्शन चुनें। रिपोर्ट करने के बाद टेलीकॉम कंपनी उस SIM की जांच करेगी और जरूरत पड़ने पर उसे ब्लॉक कर देगी।bankbazaar+1
रोजमर्रा के सुरक्षा उपाय
- अनजान कॉल और मैसेज इग्नोर करें, खासकर जिनमें “फ्री रिचार्ज” या “अपग्रेड” का ऑफर हो।
- फोन खरीदते समय IMEI नंबर चेक करें।
- फैमिली के सदस्यों को भी इस बारे में जागरूक करें।
















